Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Dec 2024 · 1 min read

ग़ज़ल

आसान तो होता नहीं कुछ भी यहाँ करना मगर
दिल से करो मुश्क़िल नहीं कुछ भी यहाँ वरना मगर//1

होना मुक़र्रर जो यहाँ होगा वही तय मानलो
किस बात से बेक़ार में फिर यार है डरना मगर//2

विश्वास ख़ुद पर कर सदा सारी ख़ुशी इसमें बसी
बस याद इतना ही रहे ख़ुद से नहीं छलना मगर//3

तेरी सुने तेरा हुआ सुनता नहीं छोड़ो उसे
पर प्यार से सबसे सदा हँसके यहाँ मिलना मगर//4

आँसू हँसी गहने समझ नाराज़ इनसे हो नहीं
हर मर्म से पाकर अदा खिलके सदा चलना मगर//5

दौलत मिली शोहरत मिली मिल ही गया अंबर अगर
पर दोस्तों से हँस सदा दिल से सुनो मिलना मगर//6

करना मदद क़िस्मत समझ सबसे ज़ुदा क़िरदार है
जो भी निभा चलता चला उससे वफ़ा करना मगर//7

आर. एस. ‘प्रीतम’

Language: Hindi
1 Like · 19 Views
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all

You may also like these posts

// पिता एक महान नायक //
// पिता एक महान नायक //
Surya Barman
कर्म फल भावार्थ सहित
कर्म फल भावार्थ सहित
Sudhir srivastava
सतगुरु
सतगुरु
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
इतनी ज़ुबाॅ को
इतनी ज़ुबाॅ को
Dr fauzia Naseem shad
बदल जाएगा तू इस हद तलक़ मैंने न सोचा था
बदल जाएगा तू इस हद तलक़ मैंने न सोचा था
Johnny Ahmed 'क़ैस'
लक्ष्य है जो बनाया तूने, उसकी ओर बढ़े चल।
लक्ष्य है जो बनाया तूने, उसकी ओर बढ़े चल।
पूर्वार्थ
ज़िन्दगी में खुशी नहीं होती
ज़िन्दगी में खुशी नहीं होती
सुशील भारती
तुम्हारा
तुम्हारा
Deepesh Dwivedi
तुझे रूकना नहीं आता मुझे छोड़ ना।
तुझे रूकना नहीं आता मुझे छोड़ ना।
Iamalpu9492
घर घर कान्हा!
घर घर कान्हा!
Jai krishan Uniyal
*कविवर श्री जितेंद्र कमल आनंद (कुंडलिया)*
*कविवर श्री जितेंद्र कमल आनंद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आँखों के आंसू झूठे है, निश्छल हृदय से नहीं झरते है।
आँखों के आंसू झूठे है, निश्छल हृदय से नहीं झरते है।
Buddha Prakash
..
..
*प्रणय*
किया आहाँ गीत गाबैत छी ? जतय कमेंट करबा क अछि !
किया आहाँ गीत गाबैत छी ? जतय कमेंट करबा क अछि !
DrLakshman Jha Parimal
ख्वाब उसी के पूरे होते
ख्वाब उसी के पूरे होते
लक्ष्मी सिंह
बारह ज्योतिर्लिंग
बारह ज्योतिर्लिंग
सत्य कुमार प्रेमी
कान्हा ओ कान्हा!
कान्हा ओ कान्हा!
Jaikrishan Uniyal
नयी कविता
नयी कविता
प्रदीप कुमार गुप्ता
सत्य की खोज
सत्य की खोज
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
"सबक"
Dr. Kishan tandon kranti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शुभ धनतेरस
शुभ धनतेरस
Sonam Puneet Dubey
3562.💐 *पूर्णिका* 💐
3562.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
* बडा भला आदमी था *
* बडा भला आदमी था *
भूरचन्द जयपाल
आकांक्षा की पतंग
आकांक्षा की पतंग
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल _ लगी सदियां वफ़ा के ,मोतियों को यूं पिरोने में ,
ग़ज़ल _ लगी सदियां वफ़ा के ,मोतियों को यूं पिरोने में ,
Neelofar Khan
हाँ !भाई हाँ मैं मुखिया हूँ
हाँ !भाई हाँ मैं मुखिया हूँ
SATPAL CHAUHAN
सूखता पारिजात
सूखता पारिजात
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
परिवार होना चाहिए
परिवार होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सबके दिल में छाजाओगी तुम
सबके दिल में छाजाओगी तुम
Aasukavi-K.P.S. Chouhan"guru"Aarju"Sabras Kavi
Loading...