ग़ज़ल
ग़ज़ल = ( 21)
बह्र 121 22 121 22
फ़ऊल फ़ेलुन फ़ऊल फ़ेलुन
–काफ़िया– आल –रदीफ़ – देंगे
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गज़ल
1,,,
यतीम बच्चों को पाल देंगे ,
खुशी उन्हें बे – मिसाल देंगे ।
2,,,,
हो गर अँधेरा, न खौफ़ खाना ,
तुम्हें चिराग – ए- मशाल देंगे ।
3,
सुबह सवेरे उठो अगर तुम ,
शुआएं हुस्नो , जमाल देंगे ।
4,,,,
बिठा के अपने ही रूबरू फिर,
सजा के आला खयाल देंगे ।
5,,,
खुशी का मौक़ा है आज आया ,
जनाब दिल बे – मिसाल देंगे ।
6,,,
किया भरोसा है तुमने मुझ पर ,
निज़ाम सारा , सँभाल देंगे ।
7,,,
लिये ये हसरत , करे है खिदमत ,
है ‘नील’ सबको , निहाल देंगे ।
✍नील रूहानी ,, 21/05/2023,,
( नीलोफ़र खान ,, स्वरचित )