Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2024 · 1 min read

ग़ज़ल

मुल्क की खातिर सियासत भी जरूरी है ।
पर सियासत में रफ़ाक़त भी जरूरी है ।

रख दिया तुमने जलाकर इन च़रागों को,
आँधियों से फिर हिफ़ाज़त भी जरूरी है ।

‌घुट रही इंसानियत तेरी खुदाई में,
सुन खुदाया अब क़यामत भी जरूरी है ।

मज़हबी घोड़ों की चालों पर फ़िदा कितने,
ऐसे लोगों से बगावत भी जरूरी है ।

हो गया तक्सीम हर दीवार आँगन तक,
घर बनाने में मुहब्बत भी जरूरी है ।

मौत पैमाइश कभी करती नहीं ज़र की,
ज़िन्दगी में कुछ इबादत भी जरूरी है ।

एक दिन ‘अरविन्द’ सबको ख़ाक होना पर,
आज मिट्टी की हिमायत भी जरुरी है ।

✍️ अरविन्द त्रिवेदी
महम्मदाबाद
उन्नाव उ० प्र०

2 Likes · 130 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Arvind trivedi
View all
You may also like:
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
कवि रमेशराज
वो ठहरे गणित के विद्यार्थी
वो ठहरे गणित के विद्यार्थी
Ranjeet kumar patre
ज़िंदगी  ऐसी  जियो , ज़िंदा रहो  चहको सदा ,
ज़िंदगी ऐसी जियो , ज़िंदा रहो चहको सदा ,
Neelofar Khan
अधबीच
अधबीच
Dr. Mahesh Kumawat
बुंदेली दोहा - किरा (कीड़ा लगा हुआ खराब)
बुंदेली दोहा - किरा (कीड़ा लगा हुआ खराब)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कर्म-बीज
कर्म-बीज
Ramswaroop Dinkar
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
The_dk_poetry
पीछे तो उसके जमाना पड़ा था, गैरों सगों का तो कुनबा खड़ा था।
पीछे तो उसके जमाना पड़ा था, गैरों सगों का तो कुनबा खड़ा था।
Sanjay ' शून्य'
जिंदगी
जिंदगी
Adha Deshwal
एक व्यथा
एक व्यथा
Shweta Soni
टीस
टीस
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
मैं बेवजह ही मायूस रहता हूँ अपने मुकद्दर से
मैं बेवजह ही मायूस रहता हूँ अपने मुकद्दर से
VINOD CHAUHAN
पावस की ऐसी रैन सखी
पावस की ऐसी रैन सखी
लक्ष्मी सिंह
4692.*पूर्णिका*
4692.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*चुनाव: छह दोहे*
*चुनाव: छह दोहे*
Ravi Prakash
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
शेखर सिंह
Mountain
Mountain
Neeraj Agarwal
हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ
हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ
Dr Archana Gupta
अतीत के “टाइम मशीन” में बैठ
अतीत के “टाइम मशीन” में बैठ
Atul "Krishn"
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
Sarfaraz Ahmed Aasee
I want to tell them, they exist!!
I want to tell them, they exist!!
Rachana
हर हाल मे,जिंदा ये रवायत रखना।
हर हाल मे,जिंदा ये रवायत रखना।
पूर्वार्थ
इज़्ज़त पर यूँ आन पड़ी थी
इज़्ज़त पर यूँ आन पड़ी थी
अरशद रसूल बदायूंनी
यदि कोई आपको हमेशा डांटता है,तो इसका स्पष्ट रूप से अर्थ यही
यदि कोई आपको हमेशा डांटता है,तो इसका स्पष्ट रूप से अर्थ यही
Rj Anand Prajapati
तुमको खोकर
तुमको खोकर
Dr fauzia Naseem shad
मनभावन बसंत
मनभावन बसंत
Pushpa Tiwari
कभी अंधेरे में हम साया बना हो,
कभी अंधेरे में हम साया बना हो,
goutam shaw
"आईना"
Dr. Kishan tandon kranti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
उत्तम देह
उत्तम देह
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...