ग़ज़ल
प्यार का हर इक पन्ना प्यारा होता है
लिखा हुआ दिल का गलियारा होता है
आँखों ने जो लिखा अश्क की पानी से
पढ़ने वाला आँख का तारा होता है
बिना कहे बातें सारी हो जाती हैं
आँखों में आँखों का इशारा होता है
यकीं का रिश्ता एक बार जो खत्म हुआ
कभी नही फिर वो दोबारा होता है
समझौते का जीवन उसका लगता है
मजबूरी का जो भी मारा होता है
वो सुन्दर चेहरा बिन पढ़ा ही रह जाता
गर्दिश में जो भी बेचारा होता है
महज़ इश्क है किस्सा पैसे वालों का
भूखे को रोटी का सहारा होता है