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5 May 2020 · 1 min read

ग़ज़ल

चलने का हौसला नहीं,
रूकना मुहाल कर दिया..
इश्क के इस सफर ने तो,
मुझ को निढाल कर दिया..।।

मिलते हुए दिलों के बीच
और था फासला कोई,
उसने मगर बिछड़ते वक्त
और सवाल कर दिया..।।

4 Likes · 3 Comments · 292 Views
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