ग़ज़ल- हो गया सो हो गया हम क्या करें…
हो गया सो हो गया हम क्या करें।
खो गया तो खो गया हम क्या करें।।।
रात भर जागा तो दिन में सो गया।
सो गया तो सो गया हम क्या करें।।।
देखते ही प्यार तुमसे हो गया।
हो गया सो हो गया हम क्या करें।।।
जाने कैसे कब कहाॅं दिल खो गया।
खो गया सो खो गया हम क्या करें।।।
बीज जीवन का कोई तो बौ गया।
बौ गया सो हो गया हम क्या करें।।।
आसमां धरती से मिल कर रो गया।
रो गया तो रो गया हम क्या करें।।
धोनी बनकर वाॅलरों को धो गया।
धो गया तो धो गया हम क्या करें।।
अरविंद राजपूत ‘कल्प’