Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Sep 2019 · 1 min read

ग़ज़ल – बुरा लगता है

ग़ज़ल

जब भी तुम रूठ के जाते हो बुरा लगता है
आ के फिर रौब जमाते हो , बुरा लगता है ।

बात करते हो रकीबों से ग़िला कुछ भी नहीं
बाद में हम को बताते हो , बुरा लगता है ।

तुमको है हक़ कि रखो दुनिया से पर्दादारी
राज़ पर हमसे छिपाते हो , बुरा लगता है ।

याद में डूबा तो रहता हूँ तुम्हारी दिन भर
तुम जो रातों में सताते हो , बुरा लगता है ।

ग़ुल खिला देता है दिल में वो तुम्हारा मिलना
जाते जाते जो रुलाते हो , बुरा लगता है ।

– अखिलेश वर्मा

1 Like · 306 Views

You may also like these posts

परछाई
परछाई
Dr Archana Gupta
लत
लत
Mangilal 713
कुछ दूर और चली होती मेरे साथ
कुछ दूर और चली होती मेरे साथ
Harinarayan Tanha
*
*"तुलसी मैया"*
Shashi kala vyas
विधा:
विधा:"चन्द्रकान्ता वर्णवृत्त" मापनी:212-212-2 22-112-122
rekha mohan
..                      पहले एक कमाता था नौ खाते थे
.. पहले एक कमाता था नौ खाते थे
Rituraj shivem verma
हाँ, मैं पुरुष हूँ
हाँ, मैं पुरुष हूँ
हिमांशु Kulshrestha
मज़दूर दिवस
मज़दूर दिवस
Shekhar Chandra Mitra
"कौआ"
Dr. Kishan tandon kranti
गम जरूरी है
गम जरूरी है
पूर्वार्थ
वो प्यासा इक पनघट देखा..!!
वो प्यासा इक पनघट देखा..!!
पंकज परिंदा
रिश्ते से बाहर निकले हैं - संदीप ठाकुर
रिश्ते से बाहर निकले हैं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
3927.💐 *पूर्णिका* 💐
3927.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी के तराने
जिंदगी के तराने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जिंदगी का यह दौर भी निराला है
जिंदगी का यह दौर भी निराला है
Ansh
बातों - बातों में छिड़ी,
बातों - बातों में छिड़ी,
sushil sarna
यजीद के साथ दुनिया थी
यजीद के साथ दुनिया थी
shabina. Naaz
जिंदगी एक चादर है
जिंदगी एक चादर है
Ram Krishan Rastogi
#अपनाएं_ये_हथकंडे...
#अपनाएं_ये_हथकंडे...
*प्रणय*
जग के का उद्धार होई
जग के का उद्धार होई
राधेश्याम "रागी"
गुज़र गयी है जिंदगी की जो मुश्किल घड़ियां।।
गुज़र गयी है जिंदगी की जो मुश्किल घड़ियां।।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
चाह की चाह
चाह की चाह
बदनाम बनारसी
*सुबह टहलना (बाल कविता)*
*सुबह टहलना (बाल कविता)*
Ravi Prakash
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यदि आपका दिमाग़ ख़राब है तो
यदि आपका दिमाग़ ख़राब है तो
Sonam Puneet Dubey
बहुत कठिन है पिता होना
बहुत कठिन है पिता होना
Mohan Pandey
मीठा सीधा सरल बचपन
मीठा सीधा सरल बचपन
Ritu Asooja
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
-: काली रात :-
-: काली रात :-
Parvat Singh Rajput
हौसला
हौसला
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
Loading...