गलती हो गई
?गलती हो गई?
हो गई भारी गलती मुझसे में जानता हूँ।
पर अभी भी तुझे अपनी जान मानता हूँ।
एक आखरी मौका दे दे मुझे ये मेरी जिंदगी,
तुझे ही मैं अपनी आन बान शान मानता हूँ।
सिर्फ साँस ही बाकी है जब याद तेरी आती है,
हाथ जोड़ता हूँ गलती की तहेदिल से मानता हूँ।
गलती मुझसे है हुई पर तू दूर क्यों जाती है,
पास आजा माफ़ करदे क्यों इतना तो जानता हूँ।
माफ़ कर दे ये जिंदगी एक बार फिर मुझे,
जिंदगी में गलती सबसे ही जाती है पहचानता हूँ।
ये”मनु”तो गलतियों की खज़ाना ध्यान रहे ,
पर हर गलती कुछ सिखाती है ये भी जानता हूँ।
माफ़ कर ही दे ये जिंदगी जीते जी अभी मुझे,
गलती सबसे हो जाती है गलती को मानता हूँ।
⭐मानक लाल “मनु”