क्या यही सही राह है
हमने किया ना वो ,जो सही है ।
हमने कान वहां बंद किए,
जहां सही बात कही है।
हम वहां रुके ना ,
जहां किसी के साथ कोई दुर्घटना घटी है।
हमने देखा ना,
जब किसी गरीब के पेट पर लात पड़ी है ।
हमने कुछ सोचा ना ,
जब नन्हे बच्चे ने मुस्कुराहट से सच बात कही है।
हम वहां बेईमानी से आगे बढ़ गए जहां ,
सुबह से बूढ़ी मां खाली पेट लाइन में खड़ी है।
हमने किया ना वो, जो सही है ।
हमने किया ना वो, जो सही है ।
:- हर्ष राज