-गलती का क्या!!
गलती का क्या गलती तो किसी से भी हो जाती है
जीवन में गलतियों का सिलसिला तो जारी रहता है
कदम लडखडाने लगे तो भला सही कौन कहता है
और गलती करने से अच्छाई भी बुराई में बदल जाती है
सुहाने जीवन में मिलनी थी जो खुशियां तुम्हें है
वो गलतियों से दरकिनार हो जाती है
मानव भगवान का बच्चा होता है
बल बुद्धि से अति सम्पन्न होता है
गलतियों से समझकर जीवन को चमकाना
उसे संवारना इंसान के हाथ होता है।।
-सीमा गुप्ता,अलवर राजस्थान