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6 Nov 2020 · 1 min read

गलतियों का एहसास दिलाया जा सके

गलतियों का एहसास दिलाया जा सके
आईना ऐसा हो कि किरदार दिखाया है सके

भला चांद तारे तोड़कर कौन ला सकता है
वादा ऐसा करो जो निभाया जा सके

दर्दो गम से मुझे कोई ऐतराज़ नहीं है
मगर शिद्दत इतनी हो कि मुस्कुराया जा सके

अब कोई उम्मीद नजर ही नहीं आती
कि फिर कोई ख्वाब आंखों में सजाया जा सके

जो शख्स आंखों को “अर्श” बेहद पसंद आए
ज़रूरी तो नहीं वो शख्स दिल में बसाया जा सके

1 Like · 174 Views
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