*गलतफहमी*
ये तेरी गलतफहमी है
जो आज तेरे पास
वक्त नहीं है मेरे लिए
ये तो वक्त की मेहरबानी है तुझपर
मेरे पास भी वक्त की कमी हो जाए
क्या पता कल तेरे लिए
सबकुछ ऐसा ही रहेगा
है ये भी गलतफहमी तेरी
सर्दी के बाद आएगी गर्मी
तेरी इच्छा रह जाएगी धरी
ये बहारों के मौसम भी बदलेंगे
पतझड़ आने से
कोई रोक नहीं सकता
जो है मैं में डूबे हुए
कल भी घिरे रहेंगे चेलों से,
कोई ये बोल नहीं सकता
है वक्त अभी भी पास तेरे
रोक ले अपनों को पास तेरे
वक्त सबको दिखाता है आईना
जो है आज, कल नहीं होगा पास तेरे