गलतफहमी
गलत फहमी थी के उनका कुछ बिगड़ेगा नहीं
हिन्दू सोया पड़ा है के ये कभी भी जगेगा नहीं
बिगुल बज चुका है अब राष्ट्र द्रोहियों के खिलाफ
याद रखना ये सिंहनाद अब कभी भी रुकेगा नहीं
गलत फहमी थी के उनका कुछ बिगड़ेगा नहीं
हिन्दू सोया पड़ा है के ये कभी भी जगेगा नहीं
बिगुल बज चुका है अब राष्ट्र द्रोहियों के खिलाफ
याद रखना ये सिंहनाद अब कभी भी रुकेगा नहीं