Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jul 2018 · 1 min read

#कुंडलिया//

सोचे है हर फूल यह , मुझसे महके बाग।
बड़े ग़लत हैं भाव जी , अहं लगी यह आग।।
अहं लगी यह आग , गये आये हैं कितने।
चमन रहा आबाद , झरे खिले फूल कितने।
सुन प्रीतम की बात , दंभ के छोड़ो लोचे।
सबका अपना मान , बड़ा छोटा मत सोचे।

इतरा मत तू भूल से , सुख है किसका मीत।
धूप-छाँव-सा खेल है , सुख-दुख की ये रीत।।
सुख-दुख की ये रीत , छोड़ दे तेरा-मेरा।
अवसर है ये नेक , जागिए तभी सवेरा।
सुन प्रीतम की बात , प्रेम जग में दे बिखरा।
महके जैसे इत्र , प्यार देकर यूँ इतरा।

#आर.एस. ‘प्रीतम’

263 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
किन्तु क्या संयोग ऐसा; आज तक मन मिल न पाया?
किन्तु क्या संयोग ऐसा; आज तक मन मिल न पाया?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
मेरी बेटियाँ
मेरी बेटियाँ
लक्ष्मी सिंह
चुलबुली मौसम
चुलबुली मौसम
अनिल "आदर्श"
छुट्टी का इतवार नहीं है (गीत)
छुट्टी का इतवार नहीं है (गीत)
Ravi Prakash
श्रम साधिका
श्रम साधिका
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
Yash Mehra
Yash Mehra
Yash mehra
कलम के सिपाही
कलम के सिपाही
Pt. Brajesh Kumar Nayak
सितम फिरदौस ना जानो
सितम फिरदौस ना जानो
प्रेमदास वसु सुरेखा
खोटा सिक्का
खोटा सिक्का
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मातृभाषा हिन्दी
मातृभाषा हिन्दी
ऋचा पाठक पंत
रिश्ता ये प्यार का
रिश्ता ये प्यार का
Mamta Rani
इश्क़ में ज़हर की ज़रूरत नहीं है बे यारा,
इश्क़ में ज़हर की ज़रूरत नहीं है बे यारा,
शेखर सिंह
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
दम तोड़ते अहसास।
दम तोड़ते अहसास।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
कंचन कर दो काया मेरी , हे नटनागर हे गिरधारी
कंचन कर दो काया मेरी , हे नटनागर हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
23/90.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/90.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कोशिश कर रहा हूँ मैं,
कोशिश कर रहा हूँ मैं,
Dr. Man Mohan Krishna
है खबर यहीं के तेरा इंतजार है
है खबर यहीं के तेरा इंतजार है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
खुशी -उदासी
खुशी -उदासी
SATPAL CHAUHAN
"न टूटो न रुठो"
Yogendra Chaturwedi
नारी
नारी
नन्दलाल सुथार "राही"
■ असलियत
■ असलियत
*Author प्रणय प्रभात*
जो मुस्किल में छोड़ जाए वो यार कैसा
जो मुस्किल में छोड़ जाए वो यार कैसा
Kumar lalit
जरूरत से ज्यादा मुहब्बत
जरूरत से ज्यादा मुहब्बत
shabina. Naaz
"शब्दों की सार्थकता"
Dr. Kishan tandon kranti
ONR WAY LOVE
ONR WAY LOVE
Sneha Deepti Singh
एक किताब सी तू
एक किताब सी तू
Vikram soni
International Yoga Day
International Yoga Day
Tushar Jagawat
अनेक को दिया उजाड़
अनेक को दिया उजाड़
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
असमान शिक्षा केंद्र
असमान शिक्षा केंद्र
Sanjay ' शून्य'
Loading...