गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
आँसुओं से ये चेहरा भिगोना न तुम
दौर ऐसा कभी भी अगर आये तो
है कसम आस मिलने की खोना न तुम
18.11.2023
डॉ अर्चना गुप्ता
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
आँसुओं से ये चेहरा भिगोना न तुम
दौर ऐसा कभी भी अगर आये तो
है कसम आस मिलने की खोना न तुम
18.11.2023
डॉ अर्चना गुप्ता