गरुड:हिरो या विलेन
वन्स अपॉन आ टाईम भगवान शिव नें कैलाश पर्वत पर देवताओं की एक सभा बुलाई। सभी देवता अपने अपने वाहनों में सवार होकर कैलाश पर्वत जा पहुँचे। सूर्य चन्द्र अपने अपने घोड़ो पर, गंगा मगरमच्छ पर, यमुना कछुए पर, ब्रह्मा हंस पर, इंद्र ऐरावत पर और विष्णु गरुड़ पर बैठकर कैलाश पर्वत जा पहुँचे। सबसे अंत में यमराज अपने भैंसे पर सवार होकर पहुँचे। भगवान शिव अपनी गुफा के भीतर बैठे थे तो सभी देवता अपने अपने वाहन गुफा के बाहर पार्किंग में छोड़कर अंदर की ओर बढ़े। गुफा के दरवाजे पर एक छोटी सी चिड़िया मधुर स्वर में गीत गाकर सभी देवताओं का स्वागत कर रही थी। सभी देवता उसके गीत को सुनकर भावविभोर हो गए और उसे आशीर्वाद देकर आगे बढ़ते गए। लेकिन जब यमराज ने उस चिड़िया को देखा तो वो अपसेट हो गए। उन्होंने अजीब सी नज़रों से चिड़िया को देखा और उसकी ओर से मुंह फेर कर भीतर चले गए।
भगवान विष्णु का वाहन गरुड़ ये सब बड़े हो गौर से देख रहा था। उसने ये देख लिया था कि यमराज उस चिड़िया को देखकर खुश नही हुए है। गरुड़ को समझ गया था कि चिड़िया का मधुर गीत यमराज को किसी कर्कश ध्वनि की तरह लग रहा था। यमराज अवश्य ही इस छोटी सी चिड़िया को श्राप दे देंगे या इसकी जान ले लेंगे ऐसा सोचकर गरुड़ ने उस चिड़िया के प्राण बचाने का निश्चय किया। गरुड़ ने उस छोटी चिड़िया को पंजों में उठाया और उसे लेकर साथ नदियों, सात पहाड़ों के पार के आम के पेड़ पर ले जाकर बिठा दिया औऱ उससे कहा अब तुम्हे किसी से डरने की जरूरत नहीं है, यहां आम के फलों का स्वाद लो।
चिड़िया को वहाँ छोड़कर गरुड़ वापस कैलाश पर्वत आया। जब वो कैलाश पर पहुंचा तब तक मीटिंग समाप्त हो चुकी थी। सभी देवता गुफा से बाहर आ रहे थे और अपने अपने वाहन पर बैठकर अपने गंतव्य की ओर जा रहे थे। सबसे अंत मे विष्णु के साथ बात करते हुए यमराज निकले। गुफा से बाहर निकलते ही यमराज ने उस जगह नज़र दौड़ाई जिधर कुछ समय पहले एक नन्ही चिड़िया बैठी मधुर गीत गा रही थी। चिड़िया को वहां न देख यमराज के ओठों पर एक मुस्कान तैर गई। वो गरुड़ के पास आये और बोले, “थैंक्यूँ हॉक। एकांउन्ट बुक इज बैलेंस्ड।”
गरुड़ ने हैरानी से यमराज की ओर देखकर पूछा, क्या मतलब प्रभु? यमराज ने कहा जब मैं यहां आया तो उधर एक छोटी चिड़िया बैठी गीत गा रही थी।सभी देवता उसे लम्बी उम्र का आशीर्वाद दे रहे थे। जबकि मेरे एकांउन्ट बुक के हिसाब से आज उस चिड़िया की मृत्यु लिखी थी लेकिन यहाँ नहीं। यहाँ से सात पर्वत सात नदियों के पार एक आम के पेड़ पर जहां एक भूखा अजगर अंतिम सांसे ले रहा है, वहां इसकी मृत्यु लिखी है। मगर ये चिड़िया इतनी छोटी है कि अपने नन्हे पंखों से अभी उड़ना शुरू करेगी तो भी वहां तक पहुँचने में इसे दो दिन लगेंगे। बस इसलिए मैं अपसेट था लेकिन तुमने एकांउन्ट बुक बैलेंस कर दी।
लुक्स लाईक आ चिल्ड्रन स्टोरी न…!
रियली..????
तो बताइए कहानी में गरुड़ हीरो है या विलेन..??