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7 Jan 2024 · 1 min read

गरीबों की शिकायत लाजमी है। अभी भी दूर उनसे रोशनी है। ❤️ अपना अपना सिर्फ करना। बताओ यह भी कोई जिंदगी है। ❤️

गरीबों की शिकायत लाजमी है।
अभी भी दूर उनसे रोशनी है।
❤️
अपना अपना सिर्फ करना।
बताओ यह भी कोई जिंदगी है।
❤️
फरिश्ते सब लिख रहे है।
सभी के हाथ में नेकी बदी है।
❤️
खरी बातें मैं सबसे बोलता हूं।
सभी से दुश्मनी अब हो गई है।
❤️
ज़माने को असर अंदाज़ कर दे।
सगी़र ऐसी हमारी शायरी है।
❤️❤️❤️❤️❤️
डा०सगी़र अहमद सिद्दीकी खैरा बाजार बहराइच

Language: Hindi
163 Views

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