गरीबी में सौन्दर्य है।
गरीबी में सौन्दर्य है!
तभी तो धनी भी
फटी जिंस पहनता हैं!
गरीबी का अधखुलापन
लोगों को भाता है
तभी तो फोटो खींचा जाता है!
गरीबी के देह
दर्शन का मूरत
म्यूजियम में रखा जाता है!
गरीबी के सौंदर्य
बनाये रखने के लिए
गरीब बनाये रखा जाता है!
गरीबी का भूखापन
अमीरों को भाता है
वो उपवास में दिखाता है!
गरीबी का नून रोटी
अमीर बड़े ही
चाव से खाता है!
गरीबी की मजबूरी का
देह दर्शन अमीर
फटी जिंस में दिखलाता है!
स्वरचित © सर्वाधिकार रचनाकाराधीन।
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।