#गद्य_छाप_पद्य
#गद्य_छाप_पद्य
■ मत का मूल्य सिफर
【प्रणय प्रभात】
“एक परिवार में छह सदस्य
अक़ल के मामले में,
पूरे के पूरे विलायती।
मतलब छहों के छहों,
अलग-अलग पार्टियों के
पक्के हिमायती।
पहला भाजपा का,
दूसरा कांग्रेस का,
तीसरा सपा का,
चौथा बसपा का,
पांचवा आप का और
छठा नहीं अपने बाप का।
यानि चहेता किसी निर्दलीय का।
कर के आ गए मतदान
पर किसी को नहीं रहा ये ध्यान।
सियासी दलों के घालमेल में
अर्थात मत विभाजन के खेल में।
हरेक का अमूल्य मत,
अपना मूल्य खो गया।
यानि हर मत का मूल्य,
शून्य बटा सिफर हो गया।।
जागो विवेकहीनों जागो!
मिल कर विचार करो,
किसी एक का प्रचार करो।
एकमत बना कर
किसी को भी जिताओ,
पर लूली-लंगड़ी,
त्रिशंकु सरकार मत लाओ।
वरना हाथ आए अवसर से,
यक़ीनन हाथ धोओगे
और पूरे पांच साल रोओगे।
■प्रणय प्रभात■
श्योपुर (मध्यप्रदेश)