Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2024 · 1 min read

गणेश वंदना (धत्तानंद छंद )

गणेश वंदना
धत्तानंद छंद
11/7/13 हर पंक्ति में 31
अंतिम तीन लघु होते हैं।
***********
शिव सुत दीन दयाल,काटो काल,
भारी विपदा में विनय।
आरत करत पुकार,सब विधि हार,
दया सिन्धु करदो अभय ।

जग की झूठी आस,धन के दास,
नाते रिश्ते जो सकल ।
धन पिंजर खग छोड़,मुखड़ा मोड़,
उड़ा गगन अति मन विकल।

सबतन गयो थकाय,मन पछताय ,
अंग अंग गड़बड़ सिमट ।
इच्छा चाहत भोग,व्यापे रोग ,
आवत नहिं कोऊ निकट ।

देखत नयन पसार,अब लाचार,
हरहु कामना गज वदन।
लेत लेत तव नाम,पहुॅंचूॅं धाम,
यह जग‌ तज‌ शुभगुण सदन ।

गुरू सक्सेना
13/6/24

Language: Hindi
1 Like · 78 Views

You may also like these posts

अनवरत ये बेचैनी
अनवरत ये बेचैनी
Shweta Soni
"उजाड़"
Dr. Kishan tandon kranti
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
गीत- इरादे नेक हों जिसके...
गीत- इरादे नेक हों जिसके...
आर.एस. 'प्रीतम'
मुखोटा
मुखोटा
MUSKAAN YADAV
मुश्किल है जिंदगी में ख्वाबों का ठहर जाना,
मुश्किल है जिंदगी में ख्वाबों का ठहर जाना,
Phool gufran
ये सोहबत तुम्हारी नई-नई वफ़ाओं से है,
ये सोहबत तुम्हारी नई-नई वफ़ाओं से है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खुली पलक में झूठ के,
खुली पलक में झूठ के,
sushil sarna
आत्महत्या करके मरने से अच्छा है कुछ प्राप्त करके मरो यदि कुछ
आत्महत्या करके मरने से अच्छा है कुछ प्राप्त करके मरो यदि कुछ
Rj Anand Prajapati
अपनी गलती से कुछ नहीं सीखना
अपनी गलती से कुछ नहीं सीखना
Paras Nath Jha
राम प्यारे हनुमान रे।
राम प्यारे हनुमान रे।
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
कॉलेज वाला प्यार
कॉलेज वाला प्यार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
बचपन
बचपन
ललकार भारद्वाज
उसने कहा कि मैं बहुत ऊंचा उड़ने की क़ुव्व्त रखता हूं।।
उसने कहा कि मैं बहुत ऊंचा उड़ने की क़ुव्व्त रखता हूं।।
Ashwini sharma
तुम यानी मैं
तुम यानी मैं
शिवम राव मणि
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
2122 :1222 : 122: 12 :: एक बार जो पहना …..
2122 :1222 : 122: 12 :: एक बार जो पहना …..
sushil yadav
इसी साहस की बात मैं हमेशा करता हूं।।
इसी साहस की बात मैं हमेशा करता हूं।।
पूर्वार्थ
" वो क़ैद के ज़माने "
Chunnu Lal Gupta
अक्सर लोग सोचते हैं,
अक्सर लोग सोचते हैं,
करन ''केसरा''
क्या कहेंगे लोग
क्या कहेंगे लोग
Surinder blackpen
आईना
आईना
Sûrëkhâ
मैं कभी किसी के इश्क़ में गिरफ़्तार नहीं हो सकता
मैं कभी किसी के इश्क़ में गिरफ़्तार नहीं हो सकता
Manoj Mahato
Oppressed life
Oppressed life
Shyam Sundar Subramanian
मस्ती में चूर - डी के निवातिया
मस्ती में चूर - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
अच्छी सीख
अच्छी सीख
अरशद रसूल बदायूंनी
प्रतीक्षा अहिल्या की.......
प्रतीक्षा अहिल्या की.......
पं अंजू पांडेय अश्रु
किसान और धरती
किसान और धरती
ओनिका सेतिया 'अनु '
*आओ पौधा एक लगाऍं (बाल कविता)*
*आओ पौधा एक लगाऍं (बाल कविता)*
Ravi Prakash
नारी शक्ति
नारी शक्ति
भरत कुमार सोलंकी
Loading...