गणित जिंदगी का
जिंदगी तो खुद ही एक सवाल है,
हर तरफ सवालों का ही जाल है।
भिन्न-भिन्न परिस्थिति ही तो भिन्न हैं,
इनसे ही घबरा के तो हम खिन्न हैं।
जिंदगी के हर कदम पर अभ्यास विभिन्न हैं।
चल रहा जो राह पर इंसान अविछन्न है।
जीतता वह है जो हल करता हर सवाल है।
चाल और दूरी तुझको तय करनी होगी।
व्यवहार गणित की प्रश्नावली हल करनी होगी।
काम और समय से प्रश्नावली सरल करनी होगी।
गुणनखंड के प्रश्नावली व्यवहार में उतार ले।
जिंदगी से ना घबरा प्यारे तू चक्रवृद्धि उतार ले।
पाइथागोरस प्रमेय सरल करनी होगी।
ऊंचाई और दूरी तू पास से निहार लेे।
घन और घनाभ से तू जिंदगी सवार ले।
रेखा गणित का ही तो जीवन में कमाल है।
बीज गणित के विषय में तो बड़ा बुरा ख्याल है।
एक्स और वाई अज्ञात है ध्यान से निहार ले।
हर क्षण मान बदलता है इनका अच्छी तरह पहचान ले। इन अज्ञात एक्स और वाई को कभी अपना वास्तविक मान मत बता देना।
,सतर्क रहना इनसे कभी दिल का हाल मत बता देना।
रेखा अनजान राशियों की कभी भी बदल जाती चाल है।
जिंदगी तो खुद ही एक सवाल है।।,