गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस है
खुशियों भरा जश्न है।
गुलामी की खबर है
आजादी का असर है।
अपना संविधान है
बहुमत प्रधान है।
धर्मनिरपेक्षता है
समान अधिकार है।
सब धर्मों का मान है
भारतीय विधान है।
संविधान लचर है
विविधता स्वीकार है।
भेदभाव अमान्य है
सबको लेता साथ है।
समानता आधार है
सुविधा भी समान है।
नारी पाती सम्मान है
भारत की संतान है।
सबका ही भारत है।
सबका संविधान है।
कुछ स्वार्थ में लगे है
संविधान जलाते है ।
विदेशियों से जुड़े है
विरोध में चिल्लाते है।
(राजेश कुमार कौरव”सुमित्र”)