Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2017 · 1 min read

गजानन मत-जाना

मत जाना भगवान गजानन मत जाना ।
राह राह झगड़े होते है,
चक्का जाम अांदोलन होते है,
जानता करें पुकार गजानन मत-जाना ।
रोड़ टूट रहे,रेल पलट रहीं,
लेट लतीफ सब गाड़ी चल रहीं,
यात्रा में रेहो परेशान गजानन मत-जाना ।
राम रहीम से जेल जा रहे,
गुंडे साधु सा रूप बना रहे,
भक्त हो रहे वदनाम गजानन मत-जाना ।
गौशाला में गायें मर रहीं,
चारा पानी बिन तडफ रहीं,
चूहें कि कौन विसाद गजानन मत-
जाना ।
मूसलधार कही पानी बरसें,
कहीं कही पानी को तरसें,
मौसम को बिगडो मिजाज गजानन मत जाना ।
स्वछता अभियान चलो है,
राजा मंत्री सभी लगो है,
धरती स्वर्ग समान गजानन मत-जाना ।

राजेश कौरव “सुमित्र
बारहाबड़ा

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 340 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all
You may also like:
■ घिसे-पिटे रिकॉर्ड...
■ घिसे-पिटे रिकॉर्ड...
*Author प्रणय प्रभात*
*रामचरितमानस का पाठ : कुछ दोहे*
*रामचरितमानस का पाठ : कुछ दोहे*
Ravi Prakash
*जाड़े की भोर*
*जाड़े की भोर*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*पेड़*
*पेड़*
Dushyant Kumar
ये धोखेबाज लोग
ये धोखेबाज लोग
gurudeenverma198
आदि शंकराचार्य
आदि शंकराचार्य
Shekhar Chandra Mitra
"आओ मिलकर दीप जलायें "
Chunnu Lal Gupta
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
Shweta Soni
2877.*पूर्णिका*
2877.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुशियों की डिलीवरी
खुशियों की डिलीवरी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अक्सर लोग सोचते हैं,
अक्सर लोग सोचते हैं,
करन ''केसरा''
Gazal
Gazal
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
नन्हीं बाल-कविताएँ
नन्हीं बाल-कविताएँ
Kanchan Khanna
गिलहरी
गिलहरी
Satish Srijan
उदास हो गयी धूप ......
उदास हो गयी धूप ......
sushil sarna
Tum makhmal me palte ho ,
Tum makhmal me palte ho ,
Sakshi Tripathi
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
स्त्री न देवी है, न दासी है
स्त्री न देवी है, न दासी है
Manju Singh
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
Atul "Krishn"
जय मां शारदे
जय मां शारदे
Mukesh Kumar Sonkar
सिर घमंडी का नीचे झुका रह गया।
सिर घमंडी का नीचे झुका रह गया।
सत्य कुमार प्रेमी
ख़ुद्दार बन रहे हैं पर लँगड़ा रहा ज़मीर है
ख़ुद्दार बन रहे हैं पर लँगड़ा रहा ज़मीर है
पूर्वार्थ
मैं हूं न ....@
मैं हूं न ....@
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
गणित का एक कठिन प्रश्न ये भी
गणित का एक कठिन प्रश्न ये भी
शेखर सिंह
हास्य का प्रहार लोगों पर न करना
हास्य का प्रहार लोगों पर न करना
DrLakshman Jha Parimal
उसकी करो उपासना, रँगो उसी के रंग।
उसकी करो उपासना, रँगो उसी के रंग।
डॉ.सीमा अग्रवाल
-मंहगे हुए टमाटर जी
-मंहगे हुए टमाटर जी
Seema gupta,Alwar
जो बिकता है!
जो बिकता है!
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कुदरत के रंग.....एक सच
कुदरत के रंग.....एक सच
Neeraj Agarwal
★क़त्ल ★
★क़त्ल ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Loading...