गजानन प्रार्थना
श्री गणेशाय नमः
प्रथम पूज्य श्री अष्टविनायक हम तो तेरा ध्यान धरें,
विस्तृत तेरी महिमा का वर्णन हम कैसे गुणगान करें,
लंबोदर तुम आदि गजानन रिद्धि सिद्धि के दाता हो,
अनुपम सा शृंगार लिए तुम शिव पार्वती के लाला हो,
हर वर्ष धरती पर आकर अपनी पावन कृपा बरसाते हो,
जो भक्त तुम्हें दिल से पुकारे श्रद्धा का फल वो पाते हैं,
प्रभु आकर घर में भी हमारे सत्कार हमारा स्वीकार करो,
भर दो झोली प्रेम से हमारी रोग दोष सब दूर करो ,
संकट मे है दुनिया सारी संकट से तुम तार करो,
हर ह्रदय करूणा से भर दो करूणाकर उद्धार करो!!!!