Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2021 · 1 min read

गज़ल

जिसको् देखे इक जमाना हो गया!
दिल उसी का फिर दिवाना हो गया!

वो मिले क्या नैन फिर से मिल गये,
आशिकी का इक बहाना हो गया!

एक अरसे से रहा गुम शुम ये दिल,
वो मिले तो मुस्कुराना ……हो गया!

सैकड़ो नजरों से् नजरें मिल चुकीं,
फिर से उनका ही निशाना हो गया!

गुननुनाऊंगा जिसे ….अब उम्र भर,
पास मेरे इक तराना ……..हो गया!

चाहिए क्या दिल को जीने के लिए,
रहगुज़र को ….आबोदाना हो गया!

प्रेम से बढ़ कर नहीं ‘प्रेमी’ ..है् कुछ,
उम्र भर को ….ये खजाना हो गया!

…… ✍ सत्य कुमार ‘प्रेमी’

2 Likes · 2 Comments · 268 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सत्य कुमार प्रेमी
View all

You may also like these posts

यक्षिणी- 21
यक्षिणी- 21
Dr MusafiR BaithA
जीनी है अगर जिन्दगी
जीनी है अगर जिन्दगी
Mangilal 713
कोई त्योहार कहता है कोई हुड़दंग समझता है
कोई त्योहार कहता है कोई हुड़दंग समझता है
Kanchan Gupta
अलिकुल की गुंजार से,
अलिकुल की गुंजार से,
sushil sarna
इस उजले तन को कितने घिस रगड़ के धोते हैं लोग ।
इस उजले तन को कितने घिस रगड़ के धोते हैं लोग ।
Lakhan Yadav
..
..
*प्रणय*
तुम्हारा मेरा रिश्ता....
तुम्हारा मेरा रिश्ता....
पूर्वार्थ
ताशकंद वाली घटना।
ताशकंद वाली घटना।
Abhishek Soni
हम प्यार तुमसे कर सकते नहीं
हम प्यार तुमसे कर सकते नहीं
gurudeenverma198
कुछ खामोश सी हो गई है कलम ...
कुछ खामोश सी हो गई है कलम ...
Manisha Wandhare
"कथा" - व्यथा की लिखना - मुश्किल है
Atul "Krishn"
भीम बाबा ने सबको कहा है
भीम बाबा ने सबको कहा है
Buddha Prakash
"आईना"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी तुझे सुलझा लूंगा
जिंदगी तुझे सुलझा लूंगा
Anant Yadav
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अर्ज किया है
अर्ज किया है
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
काव्य
काव्य
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
पीड़ादायक होता है
पीड़ादायक होता है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
कहीं तो ...
कहीं तो ...
sushil yadav
शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते
शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते
Harminder Kaur
कठोर व कोमल
कठोर व कोमल
surenderpal vaidya
#पंचैती
#पंचैती
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
I may sound relatable
I may sound relatable
Chaahat
एक झलक मिलती
एक झलक मिलती
Mahender Singh
जंग तो दिमाग से जीती जा सकती है......
जंग तो दिमाग से जीती जा सकती है......
shabina. Naaz
वार्तालाप
वार्तालाप
Pratibha Pandey
3760.💐 *पूर्णिका* 💐
3760.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हाथों में हैं चूड़ियाँ,
हाथों में हैं चूड़ियाँ,
Aruna Dogra Sharma
बसंत
बसंत
Bodhisatva kastooriya
Loading...