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13 Dec 2016 · 1 min read

गज़ल

आज खुदसे प्यार करने दो हमें
ओर थोडा ओर कहने दो हमें।

जिंदगी के दिन तो बस चार है,
दिल में ही यार रहने दो हमें।

राह यूँही मूड जायेंगी कभी
फिर इंतेजार सहने दो हमें।

बात रह जाये न सिर्फ दिल में,
इश्क का इजहार करने दो हमें।

है हयाते -बेकरारी ता – उम्र
इ्श्क के अब साथ बहने दो हमें।

-मनीषा जोबन देसाई

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