गज़ल
बहुत दिनों बाद, आप सभी को सादर प्रणाम एवं सादर प्रेषित एक प्रयास
क़ाफिया- आस।
रद़ीफ – किसको है।
काफ़िये के उदाहरण – विश्वास,पास,मधुमास,कयास, गिलास, लिबास, उदास, उजास, कपास, हुलास, विलास, विकास, झकास, सुहास मिठास, खटास पचास, उपास
तेरे प्यार के स्पर्श से चितवन हुई उजली,
मेरी भावनाओं का आभास किसको है।
सजाकर बसंत सम मम रूप दिया नूतन,
मेरी सांसों में छन्दों सा उल्लास किसको है।
संवारा नीरस जीवन को तुमने दिव्य आभा से,
मम प्रियतम सम स्वर्णिम उजास किसको है।
मुझे प्यार है बस तुमसे, तुम्हीं ज़िन्दगी मेरी,
मेरी इस चाहत पर अटूट विश्वास किसको है।
सुंदरता जीवन की मरुभूमि में मुझको दिखलाई तूने
अब कुछ पाने खोने का डर और कयास किसको है।
आसमां हुआ ‘नीलम’ जैसे शरमाती हुई शबनम
बता मधुमास सा सुहास उजास हुलास किसको है।
स्वरचित
नीलम शर्मा