गज़ल
मिसरा-आप मेरी जिंदगी बन जाइए।
सुनकर मेरी बात मंद मंद न मुस्कुराइए।
दिल को आएगा सुकून पास आइए।
बस आप ही हमारे दिल में हैं सनम।
है कौन दिल में आपके ये दिखलाइए।
हम तो सनम हैं दिल की तहरीर में।
ढूंढकर इधर उधर हमें,न घबराइए।
शबाब आपका है या फ़िज़ा बहकी।
करीब आकर हमको ज़रा समझाइए।
दिल में मेरे मीठा सा एक दर्द है।
आकर ज़रा हाल चाल पूछ जाइए।
बेखुदी में कहीं कदम न उठें नीलम
वक्त है अभी भी आप संभल जाइए।
नीलम शर्मा