Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2024 · 1 min read

गज़ल बन कर किसी के दिल में उतर जाता हूं,

गज़ल बन कर किसी के दिल में उतर जाता हूं,
हर रोज़ इक नया सूरज, तो इक नया चांद उगाता हूं

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

33 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राजनीति
राजनीति
Bodhisatva kastooriya
“ प्रेमक बोल सँ लोक केँ जीत सकैत छी ”
“ प्रेमक बोल सँ लोक केँ जीत सकैत छी ”
DrLakshman Jha Parimal
मौन के प्रतिमान
मौन के प्रतिमान
Davina Amar Thakral
न जाने क्यों ... ... ???
न जाने क्यों ... ... ???
Kanchan Khanna
मुकाम
मुकाम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गांव की बात निराली
गांव की बात निराली
जगदीश लववंशी
अच्छे दिनों की आस में,
अच्छे दिनों की आस में,
Befikr Lafz
पितृ दिवस ( father's day)
पितृ दिवस ( father's day)
Suryakant Dwivedi
ओ चंदा मामा!
ओ चंदा मामा!
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
2898.*पूर्णिका*
2898.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
जंग अपनी आंखों से ओझल होते देखा है,
जंग अपनी आंखों से ओझल होते देखा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संन्यास के दो पक्ष हैं
संन्यास के दो पक्ष हैं
हिमांशु Kulshrestha
तन, मन, धन
तन, मन, धन
Sonam Puneet Dubey
ए'लान - ए - जंग
ए'लान - ए - जंग
Shyam Sundar Subramanian
हम कितने नोट/ करेंसी छाप सकते है
हम कितने नोट/ करेंसी छाप सकते है
शेखर सिंह
मतलबी इंसान हैं
मतलबी इंसान हैं
विक्रम कुमार
जिससे एक मर्तबा प्रेम हो जाए
जिससे एक मर्तबा प्रेम हो जाए
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
माँ
माँ
meena singh
उन कचोटती यादों का क्या
उन कचोटती यादों का क्या
Atul "Krishn"
ज़िंदगी पर तो
ज़िंदगी पर तो
Dr fauzia Naseem shad
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
Keshav kishor Kumar
"पालतू"
Dr. Kishan tandon kranti
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
समय
समय
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*आई गंगा स्वर्ग से, चमत्कार का काम (कुंडलिया)*
*आई गंगा स्वर्ग से, चमत्कार का काम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
क्यूँ इतना झूठ बोलते हैं लोग
क्यूँ इतना झूठ बोलते हैं लोग
shabina. Naaz
कांटों से तकरार ना करना
कांटों से तकरार ना करना
VINOD CHAUHAN
आज शाम 5 बजे से लगातार सुनिए, सियासी ज्योतिषियों और दरबारियो
आज शाम 5 बजे से लगातार सुनिए, सियासी ज्योतिषियों और दरबारियो
*प्रणय प्रभात*
* प्रेम पथ पर *
* प्रेम पथ पर *
surenderpal vaidya
Loading...