Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jul 2021 · 1 min read

गजल

देखि के बाग के फूल मउरा गइल।
का भइल आदमी आज बउरा गइल।।

ना रहल आस जब आँखि पर ओकरा।
आँख अछइत कली आज कजरा गइल।।

गाँठ बान्हल गइल गाँछि पर दाबि के।
साँझि ले गाँठि तs खूब अझुरा गइल।।

काम के ना रही दू नमर धन कबो।
लूट के भोज से देह गदरा गइल।।

घाम में आजु बाड़े घमाइल रघु।
घेरि के साँझि बेरा अब बदरा गइल।।

गणेश नाथ तिवारी”विनायक”

237 Views

You may also like these posts

*इस वसंत में मौन तोड़कर, आओ मन से गीत लिखें (गीत)*
*इस वसंत में मौन तोड़कर, आओ मन से गीत लिखें (गीत)*
Ravi Prakash
वो गुलशन सा बस बिखरता चला गया,
वो गुलशन सा बस बिखरता चला गया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हर हाल में बढ़ना पथिक का कर्म है।
हर हाल में बढ़ना पथिक का कर्म है।
Anil Mishra Prahari
विषय-मन मेरा बावरा।
विषय-मन मेरा बावरा।
Priya princess panwar
माँ तुझे फिर से
माँ तुझे फिर से
bhandari lokesh
ग़ज़ल _ आराधना करूं मैं या मैं करूं इबादत।
ग़ज़ल _ आराधना करूं मैं या मैं करूं इबादत।
Neelofar Khan
*इश्क़ इबादत*
*इश्क़ इबादत*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सही सलामत आपकी, गली नही जब दाल
सही सलामत आपकी, गली नही जब दाल
RAMESH SHARMA
मीठा जीतना मीठा हो वह घातक विष बन जाता हैं
मीठा जीतना मीठा हो वह घातक विष बन जाता हैं
Er.Navaneet R Shandily
#अभी_अभी
#अभी_अभी
*प्रणय*
संगीत
संगीत
surenderpal vaidya
किसी की यादों में जलती हुई हुईअग्निपरी
किसी की यादों में जलती हुई हुईअग्निपरी
कार्तिक नितिन शर्मा
ख्वाब सस्ते में निपट जाते हैं
ख्वाब सस्ते में निपट जाते हैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*कौन है ये अबोध बालक*
*कौन है ये अबोध बालक*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
देव शयनी एकादशी
देव शयनी एकादशी
Dr. Vaishali Verma
🌹खूबसूरती महज....
🌹खूबसूरती महज....
Dr .Shweta sood 'Madhu'
एक दिन बिना इंटरनेट के
एक दिन बिना इंटरनेट के
Neerja Sharma
गुलाब
गुलाब
लोकनाथ ताण्डेय ''मधुर''
*
*"माँ कात्यायनी'*
Shashi kala vyas
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
सत्य कुमार प्रेमी
बाट जोहती पुत्र का,
बाट जोहती पुत्र का,
sushil sarna
आज यूँ ही कुछ सादगी लिख रही हूँ,
आज यूँ ही कुछ सादगी लिख रही हूँ,
Swara Kumari arya
4178.💐 *पूर्णिका* 💐
4178.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
इश्क़ अब बेहिसाब........, है तो है..!
इश्क़ अब बेहिसाब........, है तो है..!
पंकज परिंदा
फूलन देवी
फूलन देवी
Shekhar Chandra Mitra
"मित्रता और मैत्री"
Dr. Kishan tandon kranti
उसने कहा तुम मतलबी बहुत हो,
उसने कहा तुम मतलबी बहुत हो,
Ishwar
अछूत....
अछूत....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
नवगीत : अरे, ये किसने गाया गान
नवगीत : अरे, ये किसने गाया गान
Sushila joshi
आओ जलाएं
आओ जलाएं
भगवती पारीक 'मनु'
Loading...