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20 Nov 2016 · 1 min read

गजल

इस जिन्दगी मैं क्या है दरिया सी रवानी है
मौजो को बता देना लगती ये सुहानी है ।।

अल्फ़ाज पुराने हैं , अंदाज नये से है
हो कुछ भी मगर हमको, अब बात बतानी है

है दोस्ती भी क्या शै , रिश्तो से तो ऊपर की
मिलती है ये किस्मत से , ये प्यार के मानी है

रोको न इसे लोगो , ये बात सभी मानों
खुद राह बना लेगा , बहता हुआ पानी है ।।

देना है गवाही क्यों , सबको ये पता है अब
जर्रे पे लिखा है सब , पहचान पुरानी है

माधुरी स्वर्णकार____

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 641 Views
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