गंगा जल सा बहने दो..
गंगा जल सा बहने दो…..
है हृदय की पीर अंतस्
सुख स्मृतियों का अनायास
पर भाव वेदना कह देते है
व्यर्थ होते सब प्रयास
तब उक्ति निवेदित करता हूं
रोको मत अब रहने दो
साथ मेरा दो या ना दो
बात मुझे अब कहने दो
हमें गंगा जल सा बहने दो….१
सम्बन्धो के इस मकड़जाल को
उलझाओ मत ,रहने दो
कहा नही जो अब तक
आज मुझे वह कहने दो
बस! गंगा जल सा बहने दो ।