ख्वाहिशे
ख्वाहिशे कुछ अधूरी रहे तो अच्छा है
हर वक्त एक बेकरारी हो तो अच्छा है
कुछ मासूम से गुनाह करे तो अच्छा है
हर वक्त फरिश्ते से रहना क्या अच्छा है
बेशक रुसवाई भी हो जाये तो अच्छा है
हसरते होठो पर आ जाये तो अच्छा है
एक तरफा गुफ्तगू करते रहिये अच्छा है
कोई मुस्करा ही दे तो कितना अच्छा है
नफरत ही कर ले कोई कितना अच्छा है
उसके दिलोदिमाग में यूँ बसेरा अच्छा है
अच्छा अच्छा बने रहने में क्या अच्छा है
थोड़ी गुस्ताखी तो करे कितना अच्छा है