– ख्वाबों की बारात –
– ख्वाबों की बारात –
उसको पाना है उसका हो जाना है,
उसके बिना किसी को भी नही चाहना है,
वो मिल जाए तो मिल जाए जन्नत,
उसके बिना यह जीवन नर्क में समाना है,
जीवन चला जाए गत में जो उससे बिछड़न हो,
बाग -बाग हो जाए मन जब उससे मेरा मिलन हो,
उसको पाकर उसका होकर,
दुनिया को दिखाना है,
प्रेम में इस दुनिया में अपना नाम अमर कर जाना है,
ऐसा ही ख्वाब देखता हर प्रेमी पागल दीवाना है,
सही मायने में सच्चे प्रेम का यही एक पैमाना है,
करता है सच्चा प्रेम उसे दुनिया में कठिनाई को पाना है,
ख्वाबों की बारात निकालता हर कोई प्रेमी दीवाना है,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान