ख्यालों में यूं ही खो जाते हैं
ख्यालों में कभी यूं ही खो जाते हैं
कभी कभी हम अपने ख्यालों में ही,
घुल मिल जाते हैं।
कुछ पुरानी बातों में भूली बिसरी यादों में,
न जाने खो ही जाते हैं।
जाने अनजाने खुशी के वो लम्हों में,
अपने साथ सभी को ले जाते हैं।
कभी उन बीते हुए बिताए दिन रातों को,
भूल कर भी भुलाए नहीं जाते हैं।
चाहकर भी न जाने क्यों उन लम्हों को,
समेट कर रख नहीं सकते हैं।
फिर भी मन के किसी कोने में छिपा के,
उन्हीं यादों को फिर से याद कर जाते हैं।
काश वही लम्हा फिर से आए तो फिर क्यों न,
हम यही सोच में खो जाते हैं।
बीते दिनों की बातों का पिटारा खोल कर,
उन्हीं यादों को सहेज कर रखे जाते हैं।
खोई हुई वो यादों को अपनी जगह बना,
फिर से वहीं अनजान से हो जाते हैं।
जहां से शुरू हुई जिंदगी फिर से उसी ,
दौर में गुजर खो जाते हैं।
चलो आज पुरानी यादें ताजा कर जीवन को,
सुख मय खुशियां बटोर लेते हैं।
शशिकला व्यास शिल्पी✍️🙏🌹