834 खो गया जो देश के लिए
झूमती गाती ए हवा़।
दे जरा मुझे उसका पता।
खो गया जो देश के लिए।
कहाँ है आसमान में वो ये बता।
कहां चमका आकाश में वो।
कौन सा तारा वो बना।
कहां टिम टिमाया वो।
दे ज़रा उसका पता।
नाम ऊँचा कर गया वो।
काम ऊंचा कर गया वो।
देश की रक्षा के लिए,
जान दे कर, चल दिया वो।
कैसे करें हम याद तुझको।
यह ज़रा आ के बता।
आंखें ढूंढती है तुझे ,
कहाँ है आसमां में तू ये बता।
3.57pm 21 Feb 2018