Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2024 · 1 min read

खोज सत्य की जारी है

कर्मों का फल मिलता सबको, हर दीवाली होली में।
कुछ को सुख मिलता बोली में, कुछ को मिले ठिठोली में।।।
कुछ घूमें नंगे अधनंगे, कुछ पर आफ़त आती है,
कुछ को मौज मिला करती है, प्राणप्रिया की चोली में।।

कोई दुर्घटना में मरता, कोई बस धक्के खाता ।
टिकट किसी का कट जाता है, और किसी को मिल जाता ।।
कुछ की मांग उजड़ जाती है, कुछ को मिल जाते प्रीतम,
कुछ के गीत सुपरहिट होते, कोई पुरस्कार पाता।।

अपना अपना भाग्य सभी का, सबके सुख-दुख हैं न्यारे।
कुछ से दुनिया नफरत करती, कुछ हैं आंखों के तारे।।
अकर्मण्य कुछ कर्म न करते, अहोरात्रि कुछ कर्मनिरत,
तुलसी सूर कबीर निराला, सरस्वती के हरकारे।।

हर हरकारा यही बताता, भाग्य कर्म से बनता है।
कर्मवीर का युद्ध हमेशा, भाग्यबली से ठनता है।।
त्याग फलाशा कर्म करें हम, गीता का सन्देश यही,
हर चुनाव में ठग ली जाती, भोली-भाली जनता है।।

भटक रही सारी मानवता, खोज सत्य की जारी है।
सीख सत्य सम्भाषण की ही, देता हर अवतारी है ।।
पर असत्य किसकी रचना है, कोई नहीं बता पाता,
जगदात्मा अर्द्धनारीश्वर, वह ही दुनिया सारी है।।

महेश चन्द्र त्रिपाठी

2 Likes · 153 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महेश चन्द्र त्रिपाठी
View all
You may also like:
के अब चराग़ भी शर्माते हैं देख तेरी सादगी को,
के अब चराग़ भी शर्माते हैं देख तेरी सादगी को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*धारा सत्तर तीन सौ, स्वप्न देखते लोग (कुंडलिया)*
*धारा सत्तर तीन सौ, स्वप्न देखते लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बड़े-बड़े शहरों के
बड़े-बड़े शहरों के
Chitra Bisht
होके रुकसत कहा जाओगे
होके रुकसत कहा जाओगे
Awneesh kumar
कलम की ताक़त
कलम की ताक़त
Dr. Rajeev Jain
मैंने मेरे हिसाब से मेरे जीवन में
मैंने मेरे हिसाब से मेरे जीवन में
Sonam Puneet Dubey
भीख में मिले हुए प्यार का
भीख में मिले हुए प्यार का
लक्ष्मी सिंह
धनिकों के आगे फेल
धनिकों के आगे फेल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
4382.*पूर्णिका*
4382.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मन में किसी को उतारने से पहले अच्छी तरह
मन में किसी को उतारने से पहले अच्छी तरह
ruby kumari
ठंडक
ठंडक
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
--पुर्णिका---विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
--पुर्णिका---विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
खोज सत्य की जारी है
खोज सत्य की जारी है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पग न अब पीछे मुड़ेंगे...
पग न अब पीछे मुड़ेंगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
हाय अल्ला
हाय अल्ला
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संकीर्णता  नहीं महानता  की बातें कर।
संकीर्णता नहीं महानता की बातें कर।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आज उम्मीद है के कल अच्छा होगा
आज उम्मीद है के कल अच्छा होगा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"बूढ़े होने पर त्याग दिये जाते हैं ll
पूर्वार्थ
दूसरा मौका
दूसरा मौका
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
गंगा की जलधार
गंगा की जलधार
surenderpal vaidya
कविता
कविता
Shiva Awasthi
बताइए
बताइए
Dr. Kishan tandon kranti
😢आतंकी हमला😢
😢आतंकी हमला😢
*प्रणय*
କୁଟୀର ଘର
କୁଟୀର ଘର
Otteri Selvakumar
उलझन !!
उलझन !!
Niharika Verma
मातु शारदे वंदना
मातु शारदे वंदना
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
तुझे स्पर्श न कर पाई
तुझे स्पर्श न कर पाई
Dr fauzia Naseem shad
आओ एक गीत लिखते है।
आओ एक गीत लिखते है।
PRATIK JANGID
हवेली का दर्द
हवेली का दर्द
Atul "Krishn"
Loading...