Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Nov 2018 · 1 min read

खोए हैं उनके नैना कहाँ !

?

* खोए हैं उनके नैना कहाँ *

खूब चमकती रही बिजलियाँ
बिन बरसे ही बादल गया
बुझ रहा दिल मेरा
खोए हैं उनके नैना कहाँ

बात उन्हीं पर आ रुकती है
दुनिया भर की बातों में
भीजन को तरसे है मन
प्रेम-पगी बरसातों में
उस दिन का रस्ता देखें अँखियाँ
जब होगा हाथ तुम्हारे हाथों में

निखरे बिरवे प्रेम के
महके दिशाओं के सब कोण यहाँ
अधरों के फूल नहीं खिले, पर
मन का पंछी मौन कहाँ

खोए हैं उनके नैना कहाँ . . . . .

भँवरे जब-जब फूलों पर
बैठ-बैठ उड़ जाते हैं
तरुणाई फूलों की वही
प्यासे प्यास बुझाते हैं
पवन झकोरों संग इठलाते
रुनगुन-गुनगुन प्रेमधुन गाते हैं

मेरे जीवन की बगिया में
कब आएगा वो समाँ
धरती पर होंगे चाँद-तारे
घर होगा अपना आसमाँ

खोए हैं उनके नैना कहाँ . . . . .

प्रेम-रोग जग धुँधला दीखे
भीतर बिखरा उजियारा हो
मिलन ही औषध एक आस बस
शेष सभी अँधियारा हो
जगत-नियन्ता नियति संग-संग
खेले खेल इक न्यारा हो

हलधर लौटते गाँव को
बज रहीं जैसे शहनाईयाँ
ऊँची उठती मुंडेर घर की
गहरी होती आँगन की गहराईयाँ

खोए हैं उनके नैना कहाँ . . . . . !

वेदप्रकाश लाम्बा ९४६६०-१७३१२

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 3 Comments · 219 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*श्रद्धा विश्वास रूपेण**
*श्रद्धा विश्वास रूपेण**"श्रद्धा विश्वास रुपिणौ'"*
Shashi kala vyas
न जाने क्यों अक्सर चमकीले रैपर्स सी हुआ करती है ज़िन्दगी, मोइ
न जाने क्यों अक्सर चमकीले रैपर्स सी हुआ करती है ज़िन्दगी, मोइ
पूर्वार्थ
दोहा त्रयी . . . .
दोहा त्रयी . . . .
sushil sarna
होली
होली
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
विषय: शब्द विद्या:- स्वछंद कविता
विषय: शब्द विद्या:- स्वछंद कविता
Neelam Sharma
मत कहना ...
मत कहना ...
SURYA PRAKASH SHARMA
दहलीज के पार 🌷🙏
दहलीज के पार 🌷🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अपना नैनीताल...
अपना नैनीताल...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*चरण पादुका भरत उठाए (कुछ चौपाइयॉं)*
*चरण पादुका भरत उठाए (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
*याद तुम्हारी*
*याद तुम्हारी*
Poonam Matia
मरना कोई नहीं चाहता पर मर जाना पड़ता है
मरना कोई नहीं चाहता पर मर जाना पड़ता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
साधना की मन सुहानी भोर से
साधना की मन सुहानी भोर से
OM PRAKASH MEENA
चतुर लोमड़ी
चतुर लोमड़ी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
परीक्षा
परीक्षा
Er. Sanjay Shrivastava
Dr अरूण कुमार शास्त्री
Dr अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तबीयत मचल गई
तबीयत मचल गई
Surinder blackpen
घनाक्षरी छंद
घनाक्षरी छंद
Rajesh vyas
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
हर शायर जानता है
हर शायर जानता है
Nanki Patre
**माटी जन्मभूमि की**
**माटी जन्मभूमि की**
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
सर्वंश दानी
सर्वंश दानी
Satish Srijan
सबला नारी
सबला नारी
आनन्द मिश्र
उम्र ए हासिल
उम्र ए हासिल
Dr fauzia Naseem shad
जरूरत के हिसाब से ही
जरूरत के हिसाब से ही
Dr Manju Saini
संवेदना(कलम की दुनिया)
संवेदना(कलम की दुनिया)
Dr. Vaishali Verma
#दिनांक:-19/4/2024
#दिनांक:-19/4/2024
Pratibha Pandey
कभी एक तलाश मेरी खुद को पाने की।
कभी एक तलाश मेरी खुद को पाने की।
Manisha Manjari
???
???
शेखर सिंह
2521.पूर्णिका
2521.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"धरती गोल है"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...