खेल जिन्दगी का
दिनांक 7/5/19
विधा – हाइकु
उम्र है भ्रम
घटती है ये उम्र
छोटा जीवन
जन्म खुशियाँ
मौत एक सच्चाई
आयु तमाशा
जितनी उम्र
उतनी है कहानी
कब्र सुहानी
उम्र पड़ाव
रूके जब जिन्दगी
सब है खत्म
मौत है जेल
जिन्दगी एक रेल
उम्र का खेल
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल