फास्ट फूड फौरन दें त्याग
फास्ट फूड से फास्ट न बनते, बच्चे बनते हैं बलहीन।
रोग अनेक घेर लेते हैं, हो जाती है कान्ति मलीन।।
माता – पिता घूमने जाते, जंक फूड ले जाते साथ।
जबकि स्वास्थ्य चौपट करने में, इसका बहुत बड़ा है हाथ।।
पिज्जा – बर्गर – हाटडाग्स या, जो खाते हैं चाऊमीन।
रोग अनेक घेर लेते हैं, हो जाती है कान्ति मलीन।।
फास्ट फूड ज्यादा लेने से, घट जाती है पाचन-शक्ति।
बच्चों में आदत पड़ने से, बढ़ती इसके प्रति अनुरक्ति।।
चिप्स – कुरकुरे – पैम्पर्स में, नहीं विटामिन या प्रोटीन।
रोग अनेक घेर लेते हैं, हो जाती है कान्ति मलीन।।
बीमारी से बचना है तो, फास्ट फूड फौरन दें त्याग।
अपने भोजन में लें प्रतिदिन, ड्राइ फ्रूट्स औ’ सब्जी-साग।।
जंक फूड से स्वास्थ्य नष्ट कर, बनें न हम कौड़ी के तीन।
रोग अनेक घेर लेते हैं, हो जाती है कान्ति मलीन।।
जो बच्चों के मात-पिता हैं, उनको मेरा नेक सुझाव।
खानपान में अनुशासन से, आता जीवन में बदलाव।।
जीवनचर्या बदलें अपनी, और बजाएं सुख की बीन।
फास्ट फूड से फास्ट न बनते, बच्चे बनते हैं बलहीन।।
कभी कभी ही बच्चों को दें, फास्ट फूड रूपी उपहार।
सीख नहीं मानेंगे यदि तो, पड़ना ही होगा बीमार।।
नष्ट मत करें समय ऊर्जा, जंक फूड में होकर लीन।
फास्ट फूड से फास्ट न बनते, बच्चे बनते हैं बलहीन।।
सदा स्वस्थ रहना है यदि तो, बहुत जरूरी है व्यायाम।
जीवन में सादगी जरूरी, और जरूरी प्राणायाम।।
नाश्ते में लें अन्न अंकुरित, सॅंवरेगा सेहत का सीन।
फास्ट फूड से फास्ट न बनते, बच्चे बनते हैं बलहीन।।
@ महेश चन्द्र त्रिपाठी