खूबसूरत बहोत हैं
इंसान अब इंसान कहां है,
यहां पत्थर की मूरत बहोत है
झूठी बातें फिर कभी,
मैडम आप खूबसूरत बहोत हैं
इस दुनिया को किस हद तक है,
मुझे नहीं मालूम
मै अपनी बात कहूं तो,
मुझे आपकी जरूरत बहोत है
~विनीत सिंह
इंसान अब इंसान कहां है,
यहां पत्थर की मूरत बहोत है
झूठी बातें फिर कभी,
मैडम आप खूबसूरत बहोत हैं
इस दुनिया को किस हद तक है,
मुझे नहीं मालूम
मै अपनी बात कहूं तो,
मुझे आपकी जरूरत बहोत है
~विनीत सिंह