” ———————————– खूबसूरत जहां है ” !!
माँ ने कहा था , खूबसूरत जहां है !
बन्द हुई आँख , फिर कुछ न यहां है !!
बिगड़ी बनाने की , हमने की हिम्मत !
किस्मत हंस दी , वक़्त रुकता कहाँ है !!
फटी हुई चादर में , जब पैर पसारे !
सपनों ने पूछ लिया , नया कहाँ है !!
खुशबू के जंगल में , ज़िस्म खो गये !
लोगों की आँखों में , हया कहाँ है !!
रिश्तों की डोर यों , कमजोर हो चली !
खून है वही पर , अब जोश कहाँ है !!