खुश था__ हूं ____ रहूंगा ___ कविता
तब भी खुश था _ जब कुछ न था।
अब भी खुश हूं _ चाहे कुछ न है।
खुश तब भी रहूंगा _ चाहे कुछ न रहे।
बस एक ही गुज़ारिश है मेरी_
प्रकृति नियंता से____
जब तक जियूं मन मेरा निर्मल रहे।
भाव अनवरत यहीं बहे ।।
राजेश व्यास अनुनय