खुशी रखना दुखी रहने न देना।
गज़ल
1222………1222……..122
खुशी रखना दुखी रहने न देना।
हो कुछ भी तुम उसे रोने न देना।
जो होना है उसे टाले न कोई,
मगर अनहोनी भी घटने न देना।
लड़ाओ खूब हिंदू और मुस्लिम,
मगर दंगे भड़क जाने न देना।
हमारी कोशिशें हो प्यार कायम,
तुम्हारी कोशिशें होने न देना।
भले हो जाएँ मेरे कितने टुकड़े,
ये घर मां बाप का बटने न देना।
वो हर हालत में पा जायेगा मंजिल,
कभी भी हौसला गिरने न देना।
वो प्रेमी है तुम्हीं से प्यार करता,
उसे अब रूठ के जाने न देना।
…….✍️ प्रेमी