खुशी मिलनी चाहिए
शर्त ये है कि खुशी मिलनी चाहिए
फिर ईद हो,दीवाली हो,क्रिसमस हो या कुछ और
हम तो बिन बुलाए भी दूसरों की बारात में नाच लेते हैं
हिन्दुस्तान इसी को कहते हैं
इसीलिए तो वो आते हैं
हमारी तरफ
खुशी खोजने
अपने त्योहार गए तो क्या हुआ
तुम्हारा तो है न
तुम भी तो सजाओगे अपने घर को
हमें अच्छा लगेगा
क्योंकि हम हम हैं
सारे धर्मों का संगम
हाँ हिन्दुस्तानी हैं हम