Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jul 2022 · 1 min read

*खुशी कुछ खास मत करना (मुक्तक)*

खुशी कुछ खास मत करना (मुक्तक)
_______________________
समय अच्छा अगर हो तो खुशी कुछ खास मत करना
पराजित क्षण अगर हो तो अधिक संत्रास मन करना
सुख-दुख मौसमों की ही तरह आते हैं-जाते हैं
मिलो इनसे, मगर इनमें कभी भी वास मत करना
_________________________
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
1 Like · 241 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

अपने अपने कटघरे हैं
अपने अपने कटघरे हैं
Shivkumar Bilagrami
*जंगल की आग*
*जंगल की आग*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
तितली तुम भी आ जाओ
तितली तुम भी आ जाओ
उमा झा
4307.💐 *पूर्णिका* 💐
4307.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बड़े दिलवाले
बड़े दिलवाले
Sanjay ' शून्य'
गंभीर बात सहजता से
गंभीर बात सहजता से
विनोद सिल्ला
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
किशोरावस्था और आजादी
किशोरावस्था और आजादी
ललकार भारद्वाज
‘ विरोधरस ‘---6. || विरोधरस के उद्दीपन विभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---6. || विरोधरस के उद्दीपन विभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
गरीब की दिवाली।
गरीब की दिवाली।
Abhishek Soni
जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य
जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ऐ आसमान ....
ऐ आसमान ....
sushil sarna
हर इन्सान परख रहा है मुझको,
हर इन्सान परख रहा है मुझको,
Ashwini sharma
सुबह होने को है साहब - सोने का टाइम हो रहा है
सुबह होने को है साहब - सोने का टाइम हो रहा है
Atul "Krishn"
यूँ तो बिखरे हैं
यूँ तो बिखरे हैं
हिमांशु Kulshrestha
ब्रह्मांड अस्तित्व
ब्रह्मांड अस्तित्व
Mahender Singh
सारी तल्ख़ियां गर हम ही से हों तो, बात  ही क्या है,
सारी तल्ख़ियां गर हम ही से हों तो, बात ही क्या है,
Shreedhar
हिन्दी भारत की शान
हिन्दी भारत की शान
Indu Nandal
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
Rituraj shivem verma
तुम कहो या न कहो
तुम कहो या न कहो
दीपक झा रुद्रा
Children's is the chacha Nehru Fan.
Children's is the chacha Nehru Fan.
Rj Anand Prajapati
"सूत्र"
Dr. Kishan tandon kranti
..
..
*प्रणय*
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
SHAMA PARVEEN
कुछ अजीब से रिश्ते
कुछ अजीब से रिश्ते
लक्ष्मी सिंह
*दुलहिन परिक्रमा*
*दुलहिन परिक्रमा*
मनोज कर्ण
मैंने उसे जुदा कर दिया
मैंने उसे जुदा कर दिया
Jyoti Roshni
रिश्तों में वक्त नहीं है
रिश्तों में वक्त नहीं है
पूर्वार्थ
पूजा
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
- तेरा सवाल मेरा जवाब -
- तेरा सवाल मेरा जवाब -
bharat gehlot
Loading...