Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Sep 2023 · 2 min read

खुशियों की डिलीवरी

खुशियों की डिलीवरी

“गुड इवनिंग सर। सर, मैं आपका फुड आर्डर डिलीवर करने आया हूँ।” डिलीवरी ब्वॉय बोला।
“व्हेरी गुड। लाओ, दे दो मुझे।” फुड पैकेट लेते हुए बुजुर्ग शर्मा जी ने कहा।
“सर, प्लीज रेटिंग कर दीजिएगा।” डिलीवरी ब्वॉय ने आग्रहपूर्वक कहा।
“जरूर। सुनो जरा…” शर्मा जी ने कहा।
“जी सर कहिए, क्या बात है ?” डिलीवरी ब्वॉय ने पूछा।
“तुम ऐसे ही प्रतिदिन लोगों को स्वादिष्ट भोजन की डिलीवरी ही करते हो, या फिर कभी-कभार अपने घर भी लेकर जाते हो ?” शर्मा जी ने यूँ ही पूछ लिया।
“सर, फूड डिलीवरी करना मेरी ड्यूटी है। इसी से मेरा परिवार चलता है।” कहते-कहते वह रूक गया।
“देखो बेटा, अभी रात के दस बजे चुके हैं। अब सीधे घर ही जाओगे या कहीं और भी फुड डिलीवर करना है ?” शर्मा जी ने पूछा।
“ये लास्ट था सर। अब सीधे सिटी हॉस्पिटल जाऊँगा। वहाँ मेरी माँ एडमिट है।” वह जाते हुए बोला।
“रूको, इस पैकेट से मुझे स्वीट्स निकालने दो। बाकी के फूड आइटम, जो प्योर वेज ही हैं, तुम ही ले जाओ। हॉस्पिटल में खा लेना।” शर्मा जी ने कहा।
“लेकिन सर…” वह सकुचाते हुए बोला।
“देखो बेटा, तुम संकोच मत करो। मेरे ऑर्डर करने के बाद ही मेरी वाइफ और बच्चों को अचानक पड़ोस में एक पार्टी में जाना पड़ा है। वे लोग वहीं से खाकर ही आएँगे। मैं हड़बड़ी में ये ऑर्डर केंसिल नहीं कर पाया था। अब इतना सारा खाना यूँ ही खराब तो नहीं कर सकते न ? इसलिए इसे तुम ले जाओ।” शर्मा जी ने इतने प्यार से कहा, कि वह मना नहीं कर सका।
घर के अंदर आकर शर्मा जी ने अपनी पत्नी से कहा, “अजी सुनती हो, मैं क्या कहता हूँ कि आज हम एक बार फिर पुरानी यादें ताजा कर लें क्या, जैसे शादी के बाद शुरुआती दिनों में अक्सर किया करते थे। इस स्वीट्स के साथ मैगी खा लें क्या ?”
“हाँ हाँ, क्यों नहीं ? आप बस दो मिनट रूकिए। मैं फटाफट मैगी बनाकर ले आती हूँ।” मिसेज़ शर्मा, शर्मा जी की डिलीवरी ब्वॉय से हुई पूरी बात सुन चुकी थीं।
दरअसल शर्मा जी की इसी अदा पर तो वह फिदा थी।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़

368 Views

You may also like these posts

गौरैया दिवस पर
गौरैया दिवस पर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
*माँ सरस्वती सत्यधाम हैं*
*माँ सरस्वती सत्यधाम हैं*
Rambali Mishra
रंगों का महापर्व होली
रंगों का महापर्व होली
इंजी. संजय श्रीवास्तव
..
..
*प्रणय*
- प्रतिक्षा
- प्रतिक्षा
bharat gehlot
रख अपने वास्ते
रख अपने वास्ते
Chitra Bisht
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Haiku
Haiku
Otteri Selvakumar
झूठा प्यार।
झूठा प्यार।
Sonit Parjapati
यूँ तो हम अपने दुश्मनों का भी सम्मान करते हैं
यूँ तो हम अपने दुश्मनों का भी सम्मान करते हैं
ruby kumari
World Dance Day
World Dance Day
Tushar Jagawat
पिता की लाडली तो हर एक बेटी होती है, पर ससुर जी की लाडली होन
पिता की लाडली तो हर एक बेटी होती है, पर ससुर जी की लाडली होन
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4912.*पूर्णिका*
4912.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
*जिंदगी में साथ जब तक, प्रिय तुम्हारा मिल रहा (हिंदी गजल)*
*जिंदगी में साथ जब तक, प्रिय तुम्हारा मिल रहा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
क्या करे ये गय्या मय्या!
क्या करे ये गय्या मय्या!
Jai krishan Uniyal
अपने ही चमन के फूल थे वो
अपने ही चमन के फूल थे वो
Mahesh Tiwari 'Ayan'
इश्क अमीरों का!
इश्क अमीरों का!
Sanjay ' शून्य'
लहूलुहान धरती
लहूलुहान धरती
Mukund Patil
बहुत मुश्किल है दिल से, तुम्हें तो भूल पाना
बहुत मुश्किल है दिल से, तुम्हें तो भूल पाना
gurudeenverma198
रिटायमेंट (शब्द चित्र)
रिटायमेंट (शब्द चित्र)
Suryakant Dwivedi
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
प्रदीप कुमार गुप्ता
सब कूछ ही अपना दाँव पर लगा के रख दिया
सब कूछ ही अपना दाँव पर लगा के रख दिया
Kanchan Gupta
जिंदगी
जिंदगी
अखिलेश 'अखिल'
आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी।
आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी।
सत्य कुमार प्रेमी
Being corrected means we have been wrong , so it can be diff
Being corrected means we have been wrong , so it can be diff
पूर्वार्थ
पंख पतंगे के मिले,
पंख पतंगे के मिले,
sushil sarna
Vo yaad bi kiy yaad hai
Vo yaad bi kiy yaad hai
Aisha mohan
लुट गया है मक़ान किश्तों में।
लुट गया है मक़ान किश्तों में।
पंकज परिंदा
हमें अपने जीवन के हर गतिविधि को जानना होगा,
हमें अपने जीवन के हर गतिविधि को जानना होगा,
Ravikesh Jha
Loading...