खुली किताब सी लगती हो
खुली किताब सी लगती हो
चांदनी रात सी लगती हो
फूलो की महक सी बिखरती है
मिलने पर बहुत निखरती है
दिल से निकला अरमान सी लगती है
सच है तू ही बस जान सी लगती हैं
खुली किताब सी लगती हो
चांदनी रात सी लगती हो
फूलो की महक सी बिखरती है
मिलने पर बहुत निखरती है
दिल से निकला अरमान सी लगती है
सच है तू ही बस जान सी लगती हैं