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3 Dec 2023 · 1 min read

खुली किताब सी लगती हो

खुली किताब सी लगती हो
चांदनी रात सी लगती हो
फूलो की महक सी बिखरती है
मिलने पर बहुत निखरती है
दिल से निकला अरमान सी लगती है
सच है तू ही बस जान सी लगती हैं

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