Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2024 · 1 min read

खुद से भाग कर

कहां जाओगे जाने वाले
दिल अपना तड़पाने वाले
गमों के दौर यूं ही आते हैं
पर क्या यूं भागे जाते हैं

देख जरा तो पीछे मुड़कर
अपनी धडकन को पकड़कर
थोड़ा सा तु और सब्र कर
दिल बहलाने वाले आते हैं

सुख के दिन तभी आते हैं
जब दुख के दिन चले जाते हैं
बादल यूं ही छट जाते हैं
जब मौसम बदल जाते हैं

क्या कटेगी रात जागकर
या यूं ही खुद से भाग कर?

Language: Hindi
64 Views
Books from SATPAL CHAUHAN
View all

You may also like these posts

सोच और याद
सोच और याद
पूर्वार्थ
पप्पू की तपस्या
पप्पू की तपस्या
पंकज कुमार कर्ण
बागक सुख
बागक सुख
श्रीहर्ष आचार्य
वो शख्स अब मेरा नहीं रहा,
वो शख्स अब मेरा नहीं रहा,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
पल पल है जिंदगी जिले आज
पल पल है जिंदगी जिले आज
Ranjeet kumar patre
2800. *पूर्णिका*
2800. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जितनी मेहनत
जितनी मेहनत
Shweta Soni
तुम आंखें बंद कर लेना....!
तुम आंखें बंद कर लेना....!
VEDANTA PATEL
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
Khaimsingh Saini
" रंगमंच "
Dr. Kishan tandon kranti
भारत बनाम इंडिया
भारत बनाम इंडिया
Harminder Kaur
जब दरख़्त हटा लेता था छांव,तब वो साया करती थी
जब दरख़्त हटा लेता था छांव,तब वो साया करती थी
Keshav kishor Kumar
खुद के वजूद को।
खुद के वजूद को।
Taj Mohammad
तुझमें कैसे रंग बस जाऊं, श्याम रंग तो खुद हैं मेरा।
तुझमें कैसे रंग बस जाऊं, श्याम रंग तो खुद हैं मेरा।
श्याम सांवरा
चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार
चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार
इंजी. संजय श्रीवास्तव
राज छोड़ बनवास में आया था मेरे साथ में
राज छोड़ बनवास में आया था मेरे साथ में
Baldev Chauhan
उन्हें बताएं क्या
उन्हें बताएं क्या
Jyoti Roshni
#सीधी_बात-
#सीधी_बात-
*प्रणय*
पानी की बूँदे
पानी की बूँदे
Avani Yadav
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
धाम- धाम में ईश का,
धाम- धाम में ईश का,
sushil sarna
अमित
अमित
Mamta Rani
तेरी यादों के साये में
तेरी यादों के साये में
हिमांशु Kulshrestha
शैर
शैर
कवि कृष्णा बेदर्दी 💔
शाम सवेरे हे माँ, लेते हैं तेरा हम नाम
शाम सवेरे हे माँ, लेते हैं तेरा हम नाम
gurudeenverma198
कर्म-बीज
कर्म-बीज
Ramswaroop Dinkar
"दिल का हाल सुने दिल वाला"
Pushpraj Anant
एक कहानी, दो किरदार लेकर
एक कहानी, दो किरदार लेकर
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
जब  तेरा  ये मन  शुद्ध होगा।
जब तेरा ये मन शुद्ध होगा।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मई दिवस
मई दिवस
Ghanshyam Poddar
Loading...