खुद -ब-खुद हो जाएगा
चिंगारी बिखेर दो आग तो खुद ब खुद लग जाएगी ।
तुम अपने अधिकार को पाने के लिए उसके पीछे मत भागो ।
जब तुम उसके योग्य हो जाओगे वह खुद ब खुद मिल जाएगी ।
जो आनंद ढूंढते हो तुम इस माया दूनिया मे ।
अपने अंदर गोता लगाओ ।
वह आनंद खुद ब खुद मिल जाएगा ।
आप बस चलते रहो सही दिशा मे ।
मंजिल खुद ब खुद मिल जाएगा ।
ध्यान दो अपने कर्म पर ।
फल खुद – ब – खुद मिल जाएगी ।
लोगो मे सौहार्द बढाओ ।
बैर खुद ब खुद मिट जाएगा ।
प्रकाश फैलाओ आप तो ।
अंधकार खुद ब खुद छट जाएगा ।
किसी नाजनीना से प्रेम कर लो ।
मोहब्बत खुद ब खुद हो जाएगा ।
मानुष तन का सफल प्रयोग करो या न करो ।
यह तो एक दिन खुद ब खुद पंचतत्व मे विलीन हो जाएगा ।
विनम्र हो जाए जन तो ।
अंहकार खुद ब खुद हट जाएगा ।
आतंक को मिटाओ ।
शांति खुद ब खुद फैल जाएगा।
विष को समाप्त करो ।
अमृत खुद ब खुद भर जाएगा ।
आप मीठी वाणी बोलो ।
कङवी खुद ब खुद सिमट जाएगा ।
गंदगी को मिटाओ ।
स्वच्छता खुद ब खुद फैल जाएगा ।
योग को गले लगाओ ।
रोग तो खुद ब खुद भाग जाएगा ।
अपने अंदर झांककर देखो ।
ब्राह्मंड खुद ब खुद दिख जाएगा ।
घृणा को कोसो दूर रखो ।
प्रेम हृदय मे खुद ब खुद जगह बना लेगा ।
केवल पहला कदम बढाओ ।
सारी दूरी खुद ब खुद तय हो जाएगा ।
नकारात्मकता को मिटाओ ।
सकारात्मकता खुद ब खुद चमक जाएगा ।
पेङ को लगाओ ।
आक्सीजन फल -फूल खुद ब खुद मिल जाएगा ।
रोगी से सांत्वना की बात करे ।
तो उनका आत्मविश्वास खुद ब खुद जग जाएगा ।
सुसंग से बंधन जोङो ।
तो कुसंग से बंधन खुद ब खुद कट जाएगा ।
ईश्वर को याद करो ।
ईश्वर खुद ब खुद दया कर जाएगा ।
चिंगारी बिखेर दो ।
आग खुद ब खुद लग जाएगा ।
आप किसी पर चाहत इतनी सख्त कर दो ।
सफलता तो खुद ब खुद मिल जाएगा ।
?? RJ Anand Prajapati ??